Sukanya Samriddhi Yojana(सुकन्या समृद्धि खाता)

Sukanya Samriddhi Yojana(सुकन्या समृद्धि खाता)

 सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) – बेटियों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक कदम

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक विशेष बचत योजना है, जिसका उद्देश्य बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। यह योजना ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान का एक हिस्सा है और इसे विशेष रूप से माता-पिता को अपनी बेटी की शिक्षा और विवाह के लिए बचत करने के लिए प्रेरित करने हेतु डिज़ाइन किया गया है।

योजना का उद्देश्य

भारत में कई परिवार बेटियों की शिक्षा और शादी के खर्च को लेकर चिंतित रहते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना इन्हीं चिंताओं को दूर करने के लिए बनाई गई है, ताकि माता-पिता कम उम्र से ही नियमित बचत करके अपनी बेटी के बड़े खर्चों को आसानी से पूरा कर सकें।

 योजना की मुख्य विशेषताएं

 1. ब्याज दर

इस योजना के तहत मिलने वाला ब्याज हर तिमाही सरकार द्वारा तय किया जाता है। वर्ष 2025 की पहली तिमाही में यह ब्याज दर 8.2% प्रति वर्ष है, जो कि अन्य छोटी बचत योजनाओं की तुलना में काफी ज्यादा है। ब्याज चक्रवृद्धि (compounded annually) तरीके से लगाया जाता है।

 2. अवधि

  • खाता खुलने की तारीख से लेकर 21 वर्षों तक चलता है।

  • केवल 15 वर्षों तक ही इसमें पैसे जमा करने होते हैं। उसके बाद भी ब्याज बनता रहता है।

 3. खाता कौन खोल सकता है

  • बच्ची की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए।

  • केवल माता-पिता या कानूनी अभिभावक खाता खोल सकते हैं।

  • एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के लिए खाता खोला जा सकता है (जुड़वां या तीन बेटियों के मामले में अपवाद संभव है)।

 4. न्यूनतम और अधिकतम निवेश

  • हर साल न्यूनतम ₹250 जमा करना ज़रूरी है।

  • एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम ₹1.5 लाख जमा किए जा सकते हैं।

  • यदि साल में ₹250 नहीं जमा किया गया, तो खाता ‘डिफॉल्ट’ हो जाएगा, जिसे जुर्माना (₹50) देकर फिर से चालू किया जा सकता है।

 5. खाता कहां खोला जा सकता है

  • किसी भी अधिकृत पोस्ट ऑफिस या राष्ट्रीयकृत बैंक जैसे SBI, PNB, BOB, आदि में।


 जरूरी दस्तावेज़

  1. बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र

  2. माता-पिता या अभिभावक का पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड)

  3. पते का प्रमाण (जैसे बिजली बिल, राशन कार्ड)

  4. पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ

पैसा कैसे निकाला जा सकता है?

 आंशिक निकासी:

  • जब बेटी 18 वर्ष की हो जाती है और उसे उच्च शिक्षा के लिए पैसे चाहिए, तो खाते से 50% राशि निकाली जा सकती है।

 परिपक्वता पर निकासी:

  • जब खाता 21 साल पूरे कर लेता है या बेटी की शादी 18 वर्ष की उम्र के बाद होती है, तब पूरा पैसा ब्याज समेत निकाला जा सकता है।

     एक उदाहरण से समझिए

    मान लीजिए आपने अपनी बेटी के नाम हर साल ₹1 लाख जमा किया। 15 साल तक लगातार निवेश करने पर कुल जमा हुआ ₹15 लाख।

    अगर ब्याज दर 8.2% सालाना है, तो 21 वर्षों में कुल राशि लगभग ₹40 लाख के आस-पास हो सकती है। ये पैसा बेटी की पढ़ाई या शादी में उपयोग किया जा सकता है।

 सीमाएँ और सावधानियाँ

  • खाता सिर्फ बेटी के 10 साल की उम्र से पहले ही खोला जा सकता है।

  • समय पर पैसे जमा न करने पर खाता निष्क्रिय हो सकता है।

  • शादी के बाद खाता बंद हो जाता है, भले 21 साल पूरे न हुए हों।

 निष्कर्ष

सुकन्या समृद्धि योजना एक शानदार विकल्प है उन माता-पिता के लिए जो अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित करना चाहते हैं। यह न केवल एक उच्च रिटर्न देने वाली स्कीम है, बल्कि इसमें टैक्स लाभ भी मिलते हैं। एक छोटी राशि से शुरुआत करके आप अपनी बेटी की उच्च शिक्षा या विवाह के लिए बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं — वो भी बिना किसी जोखिम के।

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